क्या क्रायोनिक्स के जरिए मरे हुए लोगों को भविष्य में जीवित किया जा सकेगा?

क्रायोनिक्स एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसमें मरे हुए लोगों को ठंडा करके उन्हें धारात्मक तरीके से स्थिर किया जाता है, ताकि वे भविष्य में जीवित किए जा सकें। इस प्रक्रिया में, शरीर को लिक्विड नाइट्रोजन के माध्यम से ठंडा कर उसे एक बहुत ही ठंडे और स्थिर स्थिति में रखा जाता है। 


ठंडाई: पहले, शरीर को बहुत ठंडा कर लिक्विड नाइट्रोजन के साथ छिड़काव किया जाता है। यह शरीर के सभी कार्बनिक संयोजनों को बंद कर देता है।

स्थिरीकरण: फिर, शरीर को धारात्मक तरीके से स्थिर किया जाता है ताकि इसके कोई भी खुलासे न हों।इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य यह है कि जब वैज्ञानिक और चिकित्सा तकनीक और विधान समय आने पर उपलब्ध हों, तो इन लोगों को वापस जीवित किया जा सकें।

वैज्ञानिक समर्थन और विरोध: कुछ वैज्ञानिक इसे संभव मानते हैं, क्योंकि यह एक दिन बीमारियों के इलाज में मदद कर सकती है और लोगों को लंबी जीवन अवधि दे सकती है।

वैधानिक और नैतिक मुद्दे: इस प्रक्रिया के लिए कुछ लोग नैतिक रूप से विवादास्पद मानते हैं, क्योंकि इसमें मृत्यु के बाद भी इंसान के शरीर के साथ व्यवहारिक रूप से जुड़ा है।


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